Site icon Toppo Times News

Heavy Rain Brings Relief to Vellore and Surrounding Districts

Blog Article: मानसून की मेहर से: वेल्लोर और कारोग्रह का बारिश‑सम्मिलन

1. परिचय: धूप से राहत, बारिश का अहसास

भारत में गर्मी की तीव्रता अक्सर असहनीय हो जाती है। विशेषकर वेल्लोर और आसपास के इलाकों जैसे अंबूर, वाणियाम्बाड़ी, अरनी, गुदियातम, चेंगम, पोलूर और जोलारपेट में रविवार शाम हुई जबरदस्त बरसात ने गर्मी को झकझोरते हुए सकून का अहसास दिया। तापमान जहाँ पहले 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका था, वहीं एक‑अधे घंटे की लगातार बारिश ने जैसे नई सांस दिला दी।

2. वेल्लोर जिले में बरसात: कब क्या हुआ

वेल्लोर, रणिपेट, तीरुपत्तूर और तीरुवन्नमलई जिलों में मुख्य शहरों में बारिश एक‑डेढ़ घंटे से अधिक समय तक बरकरार रही। इस दौरान लोगों को इसका सीधा लाभ हुआ क्योंकि तापमान में गिरावट आई और वातावरण तरोताजा हुआ। हालाँकि इस मूसलाधार बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली कटौती भी हुई।

3. सबसे ज़्यादा कहां बरसा

विभिन्न इलाकों में बारिश की तीव्रता अलग‑अलग रही:

4. वेल्लोर का भू‑भाग: बारिश का मौसम कैसे बनता है

वेल्लोर का क्षेत्र पूर्वी घाटों का हिस्सा है, जिसमें जवाधु हिल्स (Jawadhu Hills) एक उल्लेखनीय पहाड़ी श्रृंखला है।

5. चेन्नई में आ रही बारिश: धीमे‑धीमे, लेकिन उम्मीद बनी हुई

वहीं चेन्नई में बात थोड़ी अलग रही। यहाँ एक धीमी गति से आगे बढ़ रही आंधी‑तूफानी प्रणाली (थंडरस्टॉर्म सिस्टम) पश्चिम से आई और तंबराम से चेंगलपट्टू तक के क्षेत्रों में गज़ब की बारिश की सौगात लाई। ओएमआर (OMR) व ईसीआर (ECR) जैसे क्षेत्रों ने भी इस बारिश का अनुभव किया। लेकिन कहीं‑कहीं शहर के केंद्र में बारिश अभी तक अनकही सी बनी रही।

6. मानसून की मानव‑कथा: सुकून, संजीवनी, चुनौतियाँ

इस दस्तक ने सिर्फ मौसम को सजाया नहीं — लोगों के जीवन में भी कई रंग बिखेरे:

मानसून की मधुर पुकार

इस ब्लॉग के अंत में संदेश साफ है:

Exit mobile version